काफी दिनों से सोच रही हूं कि अपने दिल की बात किस को बताई जाए पर कोई ऐसा नहीं दिखता जिसे बताऊं तो सोचा ब्लाग का ही सहारा ले लेती हूं।
ऐसा होता है न कि कभी कोई आपको सुनना न चाहे और आप किसी बात को लेकर घुट रही हो तो किसी को बताने से मन हल्का हो जाता है बस यही प्रॉब्लम मेरे साथ भी हो रही थी।
ब्लाग पर अपने दिल की बात डाल दूंगी जिसका मन हो पढे जिसका न हो न पढे।
बस बना डाला अपना अकाउंट पर आज लिखने बैठी हूं क्योंकि खुद को बड़ा अकेला महसूस कर रही हूं। कोई आस-पास नहीं दिखता आप लोगों को भी लगता है क्या कभी ऐसा क्या करते हैं तब आप..। प्लीज मुझे बताएं
सही जगह आ गई हैं आप. स्वागत है आपका. लिखिये मन के विचार यहाँ पर, बहुत सुनने वाले मिलेंगे. शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteधन्यवाद उड़नतश्तरी जी।
ReplyDeleteBlog ki duniya mein aapka swagat hai..
ReplyDeleteApne man ki baat bejhijhak kahiye..
Bahut shubhkamnaynen