for silent visitors

Thursday, August 9, 2012

तो क्‍या मैं भी देखूं टेढी नजर से...


मेरे करीबी और शुभचिंतक मुझसे हमेशा कहते हैं, जितने साफ नजरों से और साफ दिल से तुम दुनिया को देखती हो उतनी सीधी और साफ नहीं है तुम्‍हारे साथ. ...उस समय लगता था ऐसा नहीं है, अगर मैं साफ हूं तो सामने वाला भी... पर एक बार जो विश्‍वास उठा और कुछ ऐसा घटा जिसने मेरे विश्‍वास को हिला कर रख दिया. तो बस अब सोच लिया कि दुनिया को देखूंगी टेढी नजर से. पर शक है कि मेरी टेढी नजर उनके जैसी पैनी और धार वाली हो पाएगी या नहीं...क्‍योंकि किसी ने कहा है nature और signature कभी नहीं बदलता. सच में इतना टेढा सोचते हैं लोग अब जाना है आपके जज्‍बातों से खेलकर कब अपना उल्‍लू सीधा कर जाएं और आपको पता भी न चले. छोटी सी चीज में भी अपना फायदा. अब तो बस यही लगता है कि चाचा चौधरी से भी तेज दिमाग है इन लोगों का :) जो पल भर में सोच लेते हैं अगला कदम उठाने पर क्‍या फायदा मिलने वाला है. किसको हत्‍थे पर चढाउं, ओफो! दिमाग भन्‍ना जाता है सोच सोच कर... कुछ तो ऐसे हैं जिनसे मेरा रोज का सामना है... और शायद अब समझ गई हूं कि क्‍या बोलूंगी और वो क्‍या फायदा सोचेगे :) हां पर अपनी अक्‍ल पर शक भी रहता है:) इसलिए आजकल रिजर्व रहने लगी हूं. आप भी रहिए ऐसे लोगों से सतर्क :) मेरी दुआ तो यह है कि आपको ऐसे लोगों से पाला ही न पडे...

Saturday, July 21, 2012

मम्‍मा, तकिए पर गिरा मोती


तुम रो रहे थे और मैंने तुम्‍हें हंसाने के लिए बोल दिया अरे देखो तुम्‍हारे गालों पर मोती और अपनी उंगली से सहेज कर रख दिया तुम्‍हारे पॉकेट में... हंसी आ गई तुम्‍हें. इस बात को दो तीन दिन हो गए. मैं भूल गई.पर शायद तुम्‍हें अच्‍छा लगा था तभी तो कल रात रोते हुए तुमने कहा...मम्‍मा तकिया पर गिर गया मोती...हंसी आ गई तुम्‍हारी इस मासूमियत भरे अंदाज पर... पर मैं कभी नहीं चाहूं‍गी कि ये कीमती मोती तुम्‍हारी आंखों से बाहर आए हां दुआ यही रहेगी कि ये मोती हंसी के रूप में तुम्‍हारे चेहरे पर हमेशा खिलती रहे.

Sunday, January 15, 2012

किसी पर भरोसा करें या...


दुनिया... दुनिया अच्छी है या बुरी
कुछ लोग कहते हैं दुनिया बदल गई है। क्यूं... कभी सोचा नहीं शायद।

मेरी समझ बहुत कम है आप कह सकते हैं थोड़ी बेवकूफ टाइप। लोग अपना मतलब निकाल लेते हैं और चल देते हैं... मुझे बाद में पता चलता है। पहले तो ये भी नहीं पता चलता था।
मैंने घर के बुजुर्गों से सुना है जो जैसा होता है उसके लायक जोड़ी भगवान बना देते हैं और ऐसा ही मेरे साथ हुआ है। शुक्र है भगवान का, मेरी जिंदगी में ऐसा इंसान ला दिया जो मुझे हर राह पर इशारे करता है तुम गलत इंसान पर भरोसा कर रही हो तुम्हें धोखा मिलेगा...। काश आप मेरी जिंदगी में और पहले आते... तो जो गलतियां पहले हुई शायद वो भी नहीं होती।
अभी हाल ही की बात है उन्होंने मुझे एलर्ट किया था पर मैं झगड़ पड़ी थी पर सच सामने आने में वक्त नहीं लगा। और हकीकत से रुबरु होते ही ऐसा घुटन तड़प कि पूछिए मत।
बात छोटी सी थी पर जो खुद को चालाक समझते हैं वो किसी के साथ भी चालाकी करने से बाज नहीं आते। चाहे आपने उनका कुछ न भी बिगाड़ा हो। है हंसने वाली बात पर दिल करता है किसी से दोस्ती करने से पहले टैग लगा दूं- छोटी छोटी बात के लिए तेजी न दिखाएं प्लीज।
इस घटना के बाद दिल सोचने को मजबूर हो गया कि इंसान किसी पर भरोसा करे या...